विषय-सूची
- UPSC क्या है? (What is UPSC in Hindi)
- यूपीएससी (UPSC) क्या है? (UPSC Kya Hota Hai)
- UPSC का फुल फॉर्म क्या है? (UPSC ka Full Form Kya Hota Hai)
- UPSC का इतिहास (History of UPSC in Hindi)
- अब तक का UPSC में भारत के अध्यक्ष की सूची
- UPSC के लिए क्वालिफिकेशन (Qualification for UPSC Exam in Hindi)
- UPSC के लिए आयु सीमा (UPSC ke Liye Age Limit in Hindi)
- UPSC द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षाएं
- UPSC का सिलेबस (UPSC Syllabus in Hindi)
- चरण-1: यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा (Phase- 1: UPSC Preliminary Examination)
- सामान्य अध्ययन (General Studies)
- सिविल सेवा योग्यता परीक्षा (Civil Services Aptitude Test)
- चरण- 2 (Phase- 2: UPSC Mains Exam)
- भाषा विभाजन पूछे जाने वाले प्रश्न के स्ट्रक्चर (Language Division FAQ Questions Structure)
- UPSC के लिए सब्जेक्ट और सिलेबस
- सामान्य अध्ययन (GS) पेपर के लिए पाठ्यक्रम प्रारंभिक पेपर- I (Syllabus for GS Paper- Prelims Paper- I)
- CSAT पेपर के लिए पाठ्यक्रम (प्रारंभिक पेपर- II) (Syllabus for CSAT Paper-Prelims Paper-II)
- यूपीएससी मेन्स सिलेबस (UPSC Mains Syllabus in Hindi)
- यूपीएससी में कितने पोस्ट होते हैं? (UPSC me Kitne Post Hote Hai)
- सिविल सेवाओं की तैयारी के लिए ऑल इंडिया टॉप कोचिंग सेंटर
- UPSC की तैयारी कैसे करे?
- आपकी उम्र और योग्यता होनी चाहिए।
- सिविल सेवा परीक्षा (Civil Services Exam) एग्जाम की बेसिक्स को समझे!
- सही किताबों का चुनाव करे!
- सही अखबार और पत्रिका पढ़ें!
- एक शेड्यूल बनाएं और उसका पालन करें!!
- आपनी तैयारी का जाँच करें।
- UPSC के प्रश्न उत्तर (UPSC FAQ in Hindi)
- निष्कर्ष (Conclusion)
UPSC क्या है? (What is UPSC in Hindi)
इस पोस्ट में “UPSC क्या है? (UPSC Kya Hai)” के बारे में जानेंगे।
तो जानते है की “UPSC क्या है? (UPSC Kya Hai)“। यूपीएससी (UPSC) भारत की प्रमुख केंद्रीय भर्ती एजेंसियों में से एक है।
“UPSC क्या है? (UPSC Kya Hai)” यह भारत सरकार की एक संस्था हैं।
यह संस्था सभी भारतीय सेवाओं और केंद्रीय सेवाओं के ग्रुप ए और ग्रुप बी के लिए नियुक्तियां और परीक्षाएं आयोजित करता है।
“UPSC क्या है? (UPSC Kya Hai)” जिसमें देश की सबसे गौरवपूर्ण सेवाओं जैसे भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS) और भारतीय राजस्व सेवा (IRS) और अन्य सरकारी नौकरियों के लिए परीक्षाएं शामिल हैं।
“UPSC क्या है? (UPSC Kya Hai)” UPSC कर्मियों के पदोन्नति (Promotion) और स्थानांतरण (Transfer) से संबंधित मामलों को भी देखता है।
स्वतंत्रता के बाद, लोक सेवा आयोग (PSC) में कुछ बदलावों के साथ 1950 में UPSC का नाम बदल दिया गया।
UPSC का नाम बदल कर संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) नाम दिया गया।
इसका प्रमुख कार्य प्रथम और द्वितीय श्रेणी के अधिकारियों या सिविल सेवकों का चयन करना है।
UPSC के माध्यम से ही देश में आईएएस (IAS|), आईपीएस (IPS) के आलावा अन्य कई ग्रेड A एवं ग्रेड B के अधिकारीयों की भर्ती की जाती हैं।
हम यही जाने की “UPSC क्या है? (UPSC Kya Hai)” UPSC द्वारा आयोजित परीक्षा यानी की UPSC कौन कौन से परीक्षा करवाती है।
कौन-कौन से स्टूडेंट UPSC का एग्जाम दे सकते हैं। “UPSC की तैयारी कैसे करे?”
यूपीएससी (UPSC) क्या है? (UPSC Kya Hota Hai)
“यूपीएससी (UPSC) क्या है?” संघ लोक सेवा आयोग भारत की केंद्रीय संस्था है। यह संस्था सिविल परीक्षा इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (IAS), इंडियन फारेस्ट सर्विस (IFS), नेशनल डेमोक्रेटिक अलायन्स (NDA), कंबाइंड डिफेन्स सर्विस (CDS), स्पेशल क्लास रेलवे अपरेंटिस (SCRA) लगभग 24 पदों के लिए परीक्षा का आयोजन करवाता है।
UPSC का फुल फॉर्म क्या है? (UPSC ka Full Form Kya Hota Hai)
UPSC एक शोर्ट नाम है। इसका पूरा नाम बहुत लंबा है। इस लिए लोगो की यह नाम याद राखना मुश्किल हो जाती है।
अगर आप UPSC के परीक्षा देना चाहते है तो आपको इसका पूरा नाम जानना बहुत जरुरी है। UPSC यह एक राष्ट्रिय स्तर की संस्था है।
यह संस्था राष्ट्रिय स्तर के कई बड़े-बड़े परीक्षाएं करवाती है। यह भारत सरकार द्वारा संचालित संस्था है।
“यूपीएससी का फुल फॉर्म हिंदी में (UPSC ka Full Form Kya Hota Hai)“, “UPSC का अर्थ अंग्रेजी में (Meaning of UPSC in English)“।
U – Union
P – Public
S – Service
C – Commission
“UPSC का फुल फॉर्म हिंदी में (UPSC ka Full Form Kya Hota Hai)“, “UPSC का अर्थ हिंदी में (Meaning of UPSC in Hindi)“।
UPSC को हिंदी में “संघ लोक सेवा आयोग” कहा जाता है।
संघ
लोक
सेवा
आयोग
UPSC का इतिहास (History of UPSC in Hindi)
भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान, राष्ट्रवादियों ने जो राजनीतिक आंदोलन चलाया वह एक प्रमुख मांग थी।
वह मांग थी की भारत में ही लोक सेवा आयोग का भर्ती हो।
क्योंकि उस समय इसकी परीक्षा इंग्लैंड में हुआ करती थी। लोक सेवा आयोग की स्थापना 1 अक्टूबर 1926 को हुई थी।
आजादी के बाद संवैधानिक प्रावधानों के तहत 26 अक्टूबर 1950 को लोक आयोग की स्थापना हुई।
इसे संवैधानिक दर्जा के साथ-साथ स्वायत्तता भी दी गई थी। ताकि वह बिना किसी दबाव के योग्य अधिकारियों की भर्ती कर सके।
इस नव स्थापित लोक सेवा आयोग को “संघ लोक सेवा आयोग” नाम दिया गया।
यह एक संवैधानिक संस्था है क्योंकि यह संविधान के अनुच्छेद 315 के तहत स्थापित है।
आयोग में कुल सदस्य 9 से 11 होते है। संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवको की भर्ती के लिए मुख्य संस्था है।
जो केन्द्र एवं केन्द्र शासित प्रदेशो में विभिन्न प्रशासनिक परीक्षाओं का आयोजन करता है।
भारतीय प्रशासनिक सेवा (Indian Administrative Service), भारतीय पुलिस सेवा (Indian Police Service) एवं भारतीय वन सेवायें (Indian Forest Service) ही अखिल भारतीय सेवा कही जाती है।
अब तक का UPSC में भारत के अध्यक्ष की सूची
- सर रॉस बार्कर
- सर डेविड पेट्री
- सर आइर गॉर्डन
- सर एफ डब्ल्यू रॉबर्टसन
- एच के कृपलानी
- आर एन बनर्जी
- एन गोविंदराजन
- वी एस हेजमादी
- बी एन झा
- के आर. डमले
- आर.सी.एस. सरकार
- ए आर किडवाई
- एम एल शाहर
- एच के एल कैपूर
- जे पी गुप्ता
- आर एम बिथव (खारबुलि)
- एस जे एस छत्तीवाल
- जे एम कुरेशी
- लेफ्टिनेंट जनरल सुरिंदर नाथ
- पी सी होटा
- माता प्रसाद
- एस आर हाशिम
- डी पी अग्रवाल
- रजनी रजदान
- दीपक गुप्ता
- अल्का सिरोही
- डेविड आर सिमेंलीह
- विनय मित्तल
- अरविंद सक्सेना
UPSC के लिए क्वालिफिकेशन (Qualification for UPSC Exam in Hindi)
- ऐसे छात्र जो अपना ग्रेजुएशन पूरा कर चुके हैं।
- ऐसे छात्र जो अपने ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष अथवा अंतिम सेमेस्टर में हैं।
यह भी पढ़े – SSC क्या है? (What is SSC in Hindi) – SSC की तैयारी कैसे करें?
UPSC के लिए आयु सीमा (UPSC ke Liye Age Limit in Hindi)
- UPSC देने के लिए सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को न्यूनतम उम्र 21 वर्ष से अधिकतम 32 वर्ष तक हैं।
- सामान्य वर्ग केलोग UPSC का एग्जाम अधिकतम (Maximum) 6 बार दे सकते है।
- ST – SC उम्मीदवारों को उम्र सीमा में 5 वर्ष तक की छुट दी जाती हैं।
- ST – SC उम्मीदवारों को न्यूनतम उम्र 21 वर्ष से अधिकतम 37 वर्ष तक है।
- अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों को 3 वर्ष तक उम्र सीमा में छुट दी जाती हैं।
- अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्र अधिकतम 9 बार एग्जाम दे सकते है और 35 की उम्र तक एग्जाम दे सकते है।
UPSC द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षाएं
- सिविल सर्विस एग्जाम (CSE)
- स्पेशल क्लास रेलवे प्रशिक्षण (SCRA)
- इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (IAS)
- नेशनल डिफेंस एग्जाम (NDA)
- इंजीनियरिंग सर्विसेज एग्जामिनेशन (ESE)
- भारतीय वन सेवा परीक्षा (IFS)
- नौ सैनिक अकादमी परीक्षा (INA)
- संयुक्त चिकित्सा सेवा परीक्षा (CMSE)
- संयुक्त रक्षा सेवा (CDS)
- केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF)
- सी आई एस एफ परीक्षा (CISF)
- सम्मिलित रक्षा सेवा परीक्षा (CDS)
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UPSC का सिलेबस (UPSC Syllabus in Hindi)
सिविल सेवा प्राथमिक परीक्षा में दो प्रकार के पेपर होते हैं। प्रत्येक पेपर 200 नंबरों का होता है।
इसीलिए कुल मिलाकर कुल 400 प्रश्न पूछे जाते हैं।
दोनों पेपर के लिए 2 घंटे का समय दिया गया है।
सिविल सेवा मेन्स में बैठने के लिए इन दोनों पेपर को पास करना आवश्यक है।
इसके अलावा, UPSC सामान्य अध्ययन (General Studies) के पेपर में 100 प्रश्न पूछे जाते हैं।
जबकि सिविल सेवा परीक्षा (CSAT) के पेपर में 80 प्रश्न पूछे जाते हैं।
यदि आप गलत उत्तर देते है तो नेगेटिव मार्किंग की जाती है।
नेगेटिव मार्किंग का मतलब होता है की आपके प्रश्न का जितना नंबर होगा।
उसमें से 1/3 अंक में कटौती की जाती है।
हर सवाल का सही जवाब देने पर दो नंबर मिलते हैं।
इसीलिए अगर कोई गलत जवाब देता है तो उसके 0.66 नंबर काट लिए जाते हैं।
इसी प्रकार CSAT के पेपर में 80 प्रश्न पूछे जाते है। वह 200 नंबर के होते हैं।
सही जवाब देने पर 2.5 नंबर दिया जाता है। इसीलिए जो लोग गलत जवाब देते हैं।
उनके 0.833 नंबर काट लिए जाते हैं। अगर आपने किसी सवाल का जवाब नहीं दिया है। तब कोई नंबर नहीं काटा जाता है।
UPSC का सिलेबस दो चरण में बाटा गया है।
- चरण – 1 (Phase – 1)
- चरण – 2 (Phase – 2)
चरण-1: यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा (Phase- 1: UPSC Preliminary Examination)
इस चरण-1 (Phase-1) को दो अंग (Component) में बाटा गया है। जो इस प्रकार है।
- सामान्य अध्ययन (General Studies)
- सिविल सेवा योग्यता परीक्षा (Civil Services Aptitude Test)
सामान्य अध्ययन (General Studies)
सामान्य अध्ययन परीक्षा प्रारंभिक परीक्षा का पहला पेपर है। इस परीक्षण (Test) से उम्मीदवार की सामान्य जागरूकता का पता लगाया जाता है। इसके तहत विषय हैं।
- भारतीय राजनीति (Indian Polity)
- भूगोल (Geography)
- इतिहास (History)
- भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy)
- वातावरण (Environment)
- पारिस्थितिकीय (Ecology)
- अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध (International Relations)
- एसोसिएटेड यूपीएससी करंट अफेयर्स (Associated UPSC Current Affairs)
सिविल सेवा योग्यता परीक्षा (Civil Services Aptitude Test)
- यूपीएससी के तहत सिविल सेवा परीक्षा रखने का उद्देश्य उम्मीदवार की योग्यता (Aptitude), रीज़निंग (Reasoning) और विश्लेषण की जांच करना है।
- कंप्रीहेंशन (Comprehension) के जरिए कैंडिडेट के रेडिंग को जाँच की जाती है।
- साथ ही, निर्णय लेने के सवालों के माध्यम से उनकी निर्णय लेने की क्षमता की भी जाँच की जाती है।
- निर्णय लेने के सवालों (Decision Making Questions) पर नेगेटिव मार्किंग नहीं किया जाता है।
- प्रारंभिक परीक्षा के आगे की स्थिति के लिए उम्मीदवार की स्क्रीनिंग के लिए है।
- अंतिम रैंक सूची तक पहुंचने के दौरान प्रारंभिक (Prelims) में प्राप्त अंकों को नहीं जोड़ा जाएगा।
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चरण- 2 (Phase- 2: UPSC Mains Exam)
मेन्स परीक्षा (Mains Examination) को सिविल सेवा परीक्षा के दूसरे चरण की परीक्षा के रूप में जाना जाता है।
अगर आप प्रारंभिक परीक्षा में पास हो जाते हैं।
तभी आप मेन्स परीक्षा के लिए योग्य (Qualified) हो पाते है।
मेन्स परीक्षा उम्मीदवार की शैक्षणिक प्रतिभा (Academic Talent) को और उसके समझने की क्षमता को भी जांचा जाता है।
इसीलिए उस समय पर आधारित प्रश्न पूछे जाते है।
यह UPSC के मुख्य परीक्षा का पेपर में लिया जाता है। जिसमें से दो पेपर 300 नंबर के होते हैं।
भाषा विभाजन पूछे जाने वाले प्रश्न के स्ट्रक्चर (Language Division FAQ Questions Structure)
निबंध (Essay) | 100 अंक |
सटीक लेखन (Precise Writing) | 60 अंक |
समझबूझ कर पढ़ना (Reading Comprehension) | 60 अंक |
अनुवाद (Translation)
अंग्रेजी से हिंदी (English to Hindi) अनिवार्य भाषा (Compulsory Language) | 20 अंक |
हिंदी से अंग्रेजी (Hindi to English) अनिवार्य भाषा (Compulsory Language) | 20 अंक |
व्याकरण मूल भाषा (Grammar Basic Language) | 40 अंक |
UPSC के लिए सब्जेक्ट और सिलेबस
सामान्य अध्ययन (GS) पेपर के लिए पाठ्यक्रम प्रारंभिक पेपर- I (Syllabus for GS Paper- Prelims Paper- I)
- भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन
- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की वर्तमान घटनाएं
- भारतीय राजनीति और शासन
- भारतीय और विश्व भूगोल-भौतिक
- आर्थिक और सामाजिक विकास
- पर्यावरणीय पारिस्थितिकी, जैव विविधता और जलवायु परिवर्तन पर सामान्य मुद्दे
CSAT पेपर के लिए पाठ्यक्रम (प्रारंभिक पेपर- II) (Syllabus for CSAT Paper-Prelims Paper-II)
- समझना (Comprehension)
- सामान्य मानसिक क्षमता (General Mental Ability)
- संचार कौशल सहित पारस्परिक कौशल (Interpersonal Skills Including Communication Skills)
- तार्किक तर्क और विश्लेषणात्मक क्षमता (Logical Reasoning and Analytical Ability)
- निर्णय लेना और समस्या का समाधान (Decision-Making and Problem Solving)
- सामान्य मानसिक क्षमता (General Mental Ability)
- बुनियादी संख्या (Basic Numeracy)
यूपीएससी मेन्स सिलेबस (UPSC Mains Syllabus in Hindi)
Paper – I | निबंध (Essay) |
Paper – II | General Studies – I (भारतीय विरासत और संस्कृति, विश्व और समाज का इतिहास और भूगोल) |
Paper – III | General Studies – II (शासन, संविधान, राजनीति, सामाजिक न्याय और अंतर्राष्ट्रीय संबंध) |
Paper – IV | General Studies – III (प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव विविधता, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन) |
Paper – V | General Studies – IV नैतिकता (Ethics), नैतिकता(Integrity) और योग्यता(Aptitude) |
Paper – VI | Optional Subject – Paper I |
Paper – VII | Optional Subject – Paper II |
यूपीएससी में कितने पोस्ट होते हैं? (UPSC me Kitne Post Hote Hai)
UPSC कई प्रकार के पदों और सेवाओं में भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित करता है।
UPSC परीक्षा में इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा, एनडीए परीक्षा, सिविल सेवा परीक्षा और भारतीय सांख्यिकीय सेवा परीक्षा शामिल हैं।
ये परीक्षा ग्रुप ए (Group A) और ग्रुप बी (Group B) स्तर (Level) की केंद्र सरकार की नौकरियों के लिए हैं।
यदि आपने परीक्षा पास कर लिया हैं। तब आप एक अधिकारी स्तर की नौकरी पा सकते हैं।
इस परीक्षा के माध्यम से आपको प्रतिष्ठित नौकरियां मिलती हैं। जो अधिकारी बनना चाहते हैं, उनके लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं।
- भारतीय पुलिस सेवा (Indian Police Service)
- नेशनल डिफेंस एकेडेमी (National Defence Academy)
- सहायक भविष्य निधि आयुक्त ( Assistant Provident Fund Commissioner)
- संयुक्त रक्षा सेवाएँ (Combined Defence Services)
- सिविल सेवा (Civil Services)
- भारतीय डाक सेवा (Indian Postal Service)
- केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (Central Armed Police Forces)
- चिकित्सा परीक्षण (Medical Examination)
- भारतीय विदेश सेवा (Indian Foreign Service)
- भारतीय राजस्व सेवा (Indian Revenue Service)
- भारतीय आयुध कारखाना सेवा (Indian Ordnance Factories Service)
- भारतीय रेल यातायात सेवा, ग्रुप ‘ए’ (Indian Railway Traffic Service, Group ‘A’)
- भारतीय रक्षा लेखा सेवा (Indian Defence Accounts Service)
सिविल सेवाओं की तैयारी के लिए ऑल इंडिया टॉप कोचिंग सेंटर
- Chanakya IAS Academy (Delhi)
- Rau’s IAS Study Circle (Delhi)
- Sathya IAS Academy (Chennai)
- Brain Tree India (Hyderabad)
- Elite Academy (Mumbai)
- ALS IAS Academy (Delhi)
- Astitva I.C.S. (Jaipur)
- Brilliant Tutorials Private. Limited (Chennai)
UPSC की तैयारी कैसे करे?
UPSC निकलने का सपना देखने वाले अकसर छात्र यही सोचते हैं कि घर पर UPSC के एग्जाम की तैयारी कैसे शुरू की जाए।
UPSC एग्जाम की तैयारी के लिए सीधे कोचिंग क्लास में चले जाना ही शुरुआती रणनीति नहीं होनी चाहिए।
आइए आज जानते हैं कि आप कैसे तैयारी की शुरुआत कर सकते हैं।
आपकी उम्र और योग्यता होनी चाहिए।
यह एक बहुत महत्वपूर्ण प्रश्न है क्योंकि सिविल सेवा परीक्षा (Civil Services Exam) परीक्षा की तैयारी सही समय पर की जानी चाहिए।
यानि की न ही बहुत जल्दी और न ही बहुत देर से होनी चाहिए।
UPSC के डेटा के मुताबिक, सिविल सेवा परीक्षा (Civil Services Exam) क्लियर करने वाले ज्यादातर कैंडिडेट्स 23-28 साल के होते हैं।
यदि आप इस उम्र में तयारी शुरू करते है तो आप तनाव में रह कर पढ़ाई करते है।
अगर कोई 15 साल की उम्र से ही तैयारी शुरू कर दे तो यह बहुत जल्द बाजी होगी।
आप ग्रैजुएशन के फाइनल ईयर में सिविल सेवा परीक्षा की तयारी शुरू कर सकते है।
लेकिन अगर आप ग्रैजुएशन के पहले साल से ही सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।
सिविल सेवा परीक्षा (Civil Services Exam) एग्जाम की बेसिक्स को समझे!
तैयारी शुरू करने से पहले आपको कुछ महत्वपूर्ण जानकारी इकठा करनी चाहिए।
जैसे “सिविल सर्विसेज एग्जाम क्या होता है?”, “UPSC क्या है? (UPSC Kya Hai)”, “UPSC लिए योग्यता क्या है?”, “UPSC का पाठ्यक्रम (Syllabus) कैसा होता है?” एक बार बेसिक्स (Basics) स्पष्ट हो जाने के बाद, आप ठीक से योजना बना सकते हैं।
यूपीएससी (UPSC) प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा की तैयारी में अंतर होता है। UPSC प्रीलिम्स के लिए आपको बहुत सारी जानकारी चाहिए होगी।
लेकिन गहराई से नहीं। लेकिन मेन्स के लिए आपको किसी भी टॉपिक की बहुत गहराई तक जानकारी होनी चाहिए।
सही किताबों का चुनाव करे!
तैयारी के लिए सही पुस्तकों का चयन करना बहुत महत्वपूर्ण है।
आपको उन पुस्तकों का अध्ययन करना चाहिए जो UPSC परीक्षा के लिए सुझाए गए हैं।
आपको इन किताबों को दी बार आवश्य पढ़ना चाहिए।
आप एक-एक करके सारे चैप्टर को समझ कर पढ़ जाएं।
लेकिन जब आप दुबारा किताब को पढ़े तो उसका अहम चैप्टरों को पढ़ें।
अगर आप प्रीलिम्स या मेन्स से पहले इन किताबों का एक बार फिर अध्ययन कर लें तो काफी अच्छा होगा।
सही अखबार और पत्रिका पढ़ें!
अगर आपको मालूम नहीं हैं तो जान लें कि सिविल सर्विसेज के एग्जाम में करंट अफेयर्स और जनरल अवेयरनेस काफी मायने रखता है।
पेपर 1 में करंट अफेयर्स और जनरल अवेयरनेस से कम से कम 30-40 सवाल आते हैं।
इन चीजों को कवर करने के लिए आपको रोजाना अच्छे समाचार पत्र और मैगजीन का अध्ययन करना चाहिए।
एक शेड्यूल बनाएं और उसका पालन करें!!
जब आप घर पर तैयारी शुरू करते हैं। तो इस बात का डर रहता है कि आप आराम को तरजीह (Preference) देंगे।
इसके लिए आपको 10-12 महीने की योजना बना लेनी चाहिए।
अपने समय को पेपर 1 और 2 में बांट लें। प्रीलिम्स का पेपर 2 सिर्फ योग्यता (Qualifying) नेचर का है।
इसलिए उस पर बहुत ही ज्यादा फोकस न करें। इसकी बजाय आपको पेपर 1 यानी जनरल स्टडी पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए।
आपनी तैयारी का जाँच करें।
आपको बार-बार मॉक टेस्ट देना चाहिए। इससे आपको पता चलेगा कि आपकी तैयारी किस दिशा में जा रही है।
उस हिसाब से आप अपनी रणनीति में भी बदलाव कर सकेंगे।
UPSC के प्रश्न उत्तर (UPSC FAQ in Hindi)
प्रश्न- UPSC क्या होता है?
उत्तर- यूपीएससी (UPSC) भारत की प्रमुख केंद्रीय भर्ती एजेंसियों में से एक है।
प्रश्न- UPSC की योग्यता क्या होनी चाहिए?
उत्तर- जिन छात्रों ने ग्रेजुएशन (Graduation) पूरा कर लिया है। वह UPSC का परीक्षा दे सकते है।
प्रश्न- UPSC का गठन कब हुआ?
उत्तर- संघ लोक सेवा आयोग UPSC की स्थापना 1 अक्टूबर 1926 को हुई थी।
प्रश्न- UPSC के वर्तमान अध्यक्ष कौन है?
उत्तर- अरविंद सक्सेना को संघ लोक सेवा आयोग का नया अध्यक्ष है।
प्रश्न- UPSC की प्रथम महिला अध्यक्ष कौन थी?
उत्तर- UPSC की प्रथम महिला अध्यक्ष अन्ना रजम मल्होत्रा थी।
प्रश्न- UPSC के पहले अध्यक्ष कौन थे?
उत्तर- इसके पहले अध्यक्ष “सर रोस बार्कर” थे।
प्रश्न- UPSC का फुल फॉर्म क्या है?
उत्तर- Union Public Service Commission (संघ लोक सेवा आयोग)
इन्हें भी देखे –
- नागरिकता क्या है? (What is Citizenship in Hindi) – पूरी जानकारी हिंदी में।
- संचार क्या है? (What is Communication in Hindi) – जाने हिंदी में।
- वीर सावरकर का जीवन परिचय (Biography of Veer Savarkar in Hindi)
- रवींद्रनाथ टैगोर की जीवनी (Rabindranath Tagore Biography in Hindi)
- हिमा दास का जीवन परिचय (Hima Das Biography in Hindi) – हिंदी में।
- अरुणिमा सिन्हा का जीवन परिचय (Arunima Sinha Biography in Hindi)
- कबीर दास जी का जीवन परिचय (Kabir Das Biography in Hindi)
- CAB क्या है? (What is Citizenship Amendment Bill in Hindi) – हिंदी में जानिए।
- आर्टिकल 370 क्या है? (Article 370 Kya Hai) – पूरी जानकारी हिंदी में।
- नारी शिक्षा क्या है? (What is Women Education in Hindi) – जानिये हिंदी में।
निष्कर्ष (Conclusion)
संघ लोक सेवा आयोग भारत के संविधान द्वारा स्थापित एक संवैधानिक निकाय है।
जो भारत सरकार के लोकसेवा के पदाधिकारियों की नियुक्ति के लिए परीक्षाओं का संचालन करता है।
संविधान के भाग-14 के अंतर्गत अनुच्छेद 315 – 323 में एक संघीय लोक सेवा आयोग और राज्यों के लिए राज्य लोक सेवा आयोग के गठन का प्रावधान है।
एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि किसी भी परीक्षा की तैयारी कुछ दिनों में नहीं की जा सकती है।
किसी भी परीक्षा को पास करने के लिए हमें उसे उचित समय देना होगा और नियमित रूप से तैयारी भी करनी होगी।
मैं आशा करती हूं की “UPSC क्या है? (UPSC Kya Hai)” पर यह पोस्ट आपको पसंद आया होगा।
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हमारी टीम आपके सवालों का जवाब जल्द से जल्द देगी।